
गया/आगामी पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन के अवसर पर जिलाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने आवासन कोषांग को और तेजी से कार्य करने के संबंध में समीक्षा बैठक किया। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला अवधि में आवासन कोषांग की अहम भूमिका रहती है। इसलिए अभी से ही सभी तैयारियों को सभी सही सुसज्जित तरीके से करवा लें।
उन्होंने कहा कि पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष अधिक संख्या में तीर्थयात्री की आने की पूरी संभावना है।
इस वर्ष गांधी मैदान में बनने वाले टेंट सिटी में आवासन की क्षमता को बढ़ा कर 2500 किया गया है। इसके अलाबा निगमा मोनेस्ट्री बोधगया में 2400 आवासन क्षमता रखी गई है। सामुदायिक भवन एवं अन्य अवसान हेतु 41 अवसान स्थल में 10050 आवासन क्षमता किया गया है।
पुलिस आवासन हेतु 23 स्थल चिन्हित किये गए हैं, जहां 6 हजार पुलिस के जवान आवासन करेंगे। इसके अलावा 63 की संख्या में होटल/ रेस्ट हाउस चिन्हित किये गए हैं जहां 3452 यात्री आवासन करेंगे।
पंडा के निजी भवन एवं धर्मशाला 368 की संख्या में चिन्हित है जहां 36544 यात्री आवासन करेंगे।
इस प्रकार कुल 497 स्थानों को चिन्हित कर उसमें 60946 लोगो की ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा बोधगया के विभिन्न मॉनेस्ट्रियों से संपर्क स्थापित किया जा रहा है, जहां तीर्थयात्री को ठहराया जा सकेगा।
डीएम ने सभी संबंधित आवासन स्थलों को वरीय उप समाहर्ता द्वारा टीम बनाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करवाने में तेजी लाने को कहा, जिसमें पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, बिजली की व्यवस्था इत्यादि बिंदुओं पर प्राथमिकता रहेगी। फिजिकल वेरीफिकेशन के दौरान यदि कुछ खामियां रहने पर तुरंत संबंधित अभियंता तथा पदाधिकारी द्वारा मरम्मत करवाने का कार्य किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि प्राइवेट घर तथा धर्मशाला जहां तीर्थयात्री को विभिन्न पंडा समाज द्वारा तीर्थ यात्रियों को ठहराते हैं, उन सभी स्थलों का भी फिजिकल वेरिफिकेशन अच्छा से करवाने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार का कोई परेशानी ना हो, इसके लिए अभी सभी प्राइवेट आवासन स्थल का दर निर्धारण किया जाए ताकि निर्धारित दर से अधिक पैसा किसी भी तीर्थ यात्री से न लिया जा सके।
उन्होंने कहा कि आवासन स्थल से संबंधित सभी जानकारियां पदाधिकारियों का दूरभाष संख्या, होटल का नाम/ धर्मशाला का नाम इत्यादि जिले के वेबसाइट तथा गूगल प्ले स्टोर के एप पर अपलोड करावे ताकि तीर्थ यात्रियों को जानकारी आसानी से मिल सके। इसके अलावा सभी आवासन स्थलों में, में आई हेल्प यु काउंटर रहेगा, उसमे यात्रियों की सहायता हेतु जन सम्पर्क विभाग द्वारा मुद्रीत ब्रोसियर उपलब्ध रखा जाएगा, उक्त ब्रासियर में आवश्यकता अनुसार सभी जानकारियां रखी जा रही है। साथ ही वरीय अधिकारियों सहित मेडिकल टीम तक का दूरभाष संख्या का लिस्ट भी प्रदर्शित करवाया जा रहा है।