
मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में रात एक बजे जो भगदड़ मची, उसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक का सिलसिला भोर के चार बजे से जारी है, जिसमें मुख्य सचिव, डीजीपी और राज्य सरकार के अन्य शीर्ष अधिकारी भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुंभ के राहत और बचाव कार्यों पर लगातार नजर बनाए रखी और अधिकारियों से हर पल की जानकारी ली। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार बार फोन पर उनसे बात की और हादसे के बाद की स्थिति तथा राहत कार्यों का हाल जाना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी मुख्यमंत्री से फोन पर संपर्क किया।
मौनी अमावस्या महाकुंभ, जो एक बेहद महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, खासकर हरिद्वार और प्रयागराज जैसे स्थानों पर, लाखों श्रद्धालु इस दिन संगम में स्नान करने के लिए इकट्ठा होते हैं। इसे हिंदू धर्म में एक पवित्र अवसर माना जाता है, जब लोग पापों से मुक्ति पाने के लिए पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। महाकुंभ मेला एक विशाल मेला होता है, जहां लोग विभिन्न संत-महात्माओं से आशीर्वाद लेते हैं और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। यह एक समय होता है जब संप्रदाय और समुदाय के लोग एक साथ आकर अपने विश्वासों को और अपने आध्यात्मिक जीवन को नया आयाम देने के लिए एकत्र होते हैं।