
रोहतास के लाल BSF के उप कमांडेंट सुशील को मिला राष्ट्रपति पदक
रोहतास जिले के रहने वाले जम्मू में सीमा सुरक्षा बल (BSF) में पोस्टेड उप कमांडेंट सुशील कुमार उपाध्याय को विशिष्ट सेवा के लिए गणतंत्र दिवस 2025 के उपलक्ष्य पर राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) के लिए चयनित किया गया है।
बता दें कि सुशील कुमार उपाध्याय दरिहट के मौडिहां गांव निवासी स्वर्गीय बैकुंठ उपाध्याय के पुत्र है। उनकी मैट्रिक तक की पढ़ाई सोन बांध उच्चतर विद्यालय इंद्रपुरी से हुई है। उन्होंने 1987 में बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइन किया था। सेवा के दौरान 2018 में भी गणतंत्र दिवस पर सुशील कुमार उपाध्याय को सराहनीय कार्य के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेधावी पदक प्रदान किया गया था
राष्ट्रपति पदक भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला एक प्रमुख सम्मान है, जिसे विशेष योगदान और उपलब्धियों के लिए नागरिकों को प्रदान किया जाता है। इसे विशेष रूप से पुलिस, सेना, और अन्य सुरक्षा बलों में उत्कृष्टता, बहादुरी और विशेष सेवाओं के लिए दिया जाता है। यह पदक देश की सेवा में अद्वितीय कार्य करने वाले व्यक्तियों की कड़ी मेहनत और समर्पण को सम्मानित करता है।
राष्ट्रपति पदक की विभिन्न श्रेणियाँ होती हैं, जैसे “गैलेंट्री अवार्ड्स” (जो बहादुरी के लिए होते हैं) और “डिस्टिंग्विश्ड सेवices” (जो सेवा के उच्च मानकों को मान्यता देते हैं)। यह पदक प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में असाधारण उपलब्धियाँ हासिल की हों या किसी विशेष कार्य में अपनी वीरता दिखाई हो।
राष्ट्रपति पदक प्राप्त करने का अर्थ है कि उस व्यक्ति को राष्ट्र की ओर से उसकी कड़ी मेहनत और योगदान के लिए औपचारिक और सम्मानजनक पहचान मिल रही है।